देखो आई होली रंग लायी होली
चली पिचकारी उड़ा है गुलाल
बनके हैं घटा मन है झूम उठा
रंग छलके हैं नीले हरे लाल ।
चढ़ेंगे जब प्यारे रंग , एक मेरी दोस्ती का रंग भी चढ़ाना .
लगने लगेंगे तुम्हे सुहाने सारे रंग ,
और मेरी दोस्ती का रंग चमकेगा हरदम तुम्हारे संग .
बोलो सराररारा ....
No comments:
Post a Comment