ठाने अगर हम बदले कि , दिन रात बदल देंगे
अंत हमें क्या बदलेगा, हम शुरुआत बदल देंगे .
माना हमने अपनी आँखों में किसी के ख्वाब बोये है , बंजर ज़मीन पे हमने गुलाब बोये है
हालत पे हमारी मत जाना, हम हालात बदल के रख देंगे।
अंत हमें क्या बदलेगा, हम शुरुआत बदल देंगे .
माना हमने अपनी आँखों में किसी के ख्वाब बोये है , बंजर ज़मीन पे हमने गुलाब बोये है
हालत पे हमारी मत जाना, हम हालात बदल के रख देंगे।
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